■ मुक्तक : 10 – किस क़दर गुनाह Posted on January 28, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments उससे मासूम ने ये किस क़दर गुनाह किया ।। हर कोई शख़्स कह रहा है क्यों ये आह ! किया ? जाने हालात कैसे पेश उसके साथ हुए ? अस्पताल एक चारागर ने क़त्लगाह किया ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 4,554