■ मुक्तक : 20 – मुस्कुराने का फ़न Posted on February 4, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments मुस्कुराने का अदद फ़न चाहिए ।। ग़म छिपाने एक चिलमन चाहिए ।। दिल अँधेरों में भले डूबा रहे , चेहरा रौशन सिर्फ़ रौशन चाहिए ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 5,234