■ मुक्तक : 23 – कहाँ को गया Posted on February 6, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments कहाँ को गया मुझसे मुँह मोड़कर वो ? कि कसके मेरा हाथ गह छोड़कर वो ॥ निभाते-निभाते जो ली थीं अचानक , सभी दृढ़ प्रतिज्ञाओं को तोड़कर वो ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 4,475