■ मुक्तक : 43 – इस तरह खुल के Posted on February 11, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments इस तरह खुल के न कर मेरी तरफ़दारी तू ॥ हूँ गुनहगार तो कर खुल के गिरफ़्तारी तू ॥ तेरी ईमानदारियों पे ही तो हूँ क़ुर्बां , फ़र्ज़ की राह पे कर दे शहीद यारी तू ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 5,656