■ मुक्तक : 44 – ज़्यादा न दूर से Posted on February 12, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments ज़्यादा न दूर से बड़े करीब से मिलें ॥ बिलकुल नहीं अमीर से गरीब से मिलें ॥ करने से मेहनतें तमाम कोशिशों से कब , कुछ कामयाबियाँ फ़क़त नसीब से मिलें ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 4,568