■ मुक्तक : 75 – जिसको बूँँद अनावश्यक Posted on February 25, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments जिसको बूँँद अनावश्यक उसको सुरसरिता लिखता है ।। गद्य नहीं जाने जो उसको भी तब कविता लिखता है ।। भाग्यविधाता जब अपनी धुन में संपूर्ण अवस्थित हो , ब्रह्मचर्य व्रतधारी को पग-पग पर वनिता लिखता है ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 4,668