■ मुक्तक : 111 – वो ख़ुद भी कहें Posted on March 12, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments गर ख़ुद भी वो कहें वो दग़ाबाज़ बड़े हैं ।। मानेंगे न लोग उनको दग़ाबाज़ बड़े हैं ।। सूरत से तो मासूम हैं बच्चे से ज़ियादा , बिल्ली से भी लेकिन जो दग़ाबाज़ बड़े हैं ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 4,233