■ मुक्तक : 120 – बारह , चौदह , सोलह Posted on March 16, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments बारह-चौदह-सोलह कितने साल का हो लुच्चा समझो ।। लूटे जो लड़की की अस्मत , उसको मत बच्चा समझो ।। उसको कर अधमरा वहीं कर दो औरत के नाक़ाबिल , ऐसे दण्ड को पाप न बोलो , पुण्य कहो अच्छा समझो ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 5,853