■ मुक्तक : 135 – उसके जैसा Posted on April 1, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments उसके जैसा आह ! कोई स्यात् था ।। तब जगत में वह परम विख्यात था ।। अब तो उसकी छाँव भी उससे अलग , शत्रु भी कल तक कि जिसके साथ था !! -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,649