■ मुक्तक : 138 – कितने मुर्दों में Posted on April 7, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments कितने मुर्दों में नई , फूँक जान देते हैं ? कितने मुफ़्लिस को जमा , धन का दान देते हैं ? कितने भूखों को दिया , करते हैं ख़ुराक कहो ? कितने बेघर को ठिकाना-मकान देने हैं ? -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,247