■ मुक्तक : 165 – इन लोगों का पेट Posted on April 17, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments ( चित्र Google Search से साभार ) इन लोगों का पेट जनम से जैसे भरा नहीं है ॥ लगते हैं सारे ही मृतक पर कोई मरा नहीं है ॥ ये भुखमरी कुपोषण की है एक बानगी भर , ऐसे लाखों दृश्य हैं जिनसे सूनी धरा नहीं है ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 6,240