■ मुक्तक : 200 – निहायत भौंडी सूरत Posted on May 9, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments निहायत भौंडी सूरत वाला सुंदरलाल लिखता है ॥ हमेशा हारने वाला सिकंदरलाल लिखता है ॥ यहाँ की रीत है शैताँ फ़िरिश्ता ख़ुद को कहते हैं , भिखारी अपना असली नाम गब्बरलाल लिखता है ॥ ( गब्बर = बहुमूल्य , घमंडी , धनी ) -डॉ. हीरालाल प्रजापति 4,257