■ मुक्तक : 241 – कोई आशा Posted on June 4, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments कोई आशा की किरण सम्मुख न हो ॥ दुःख भरा हो उसमें किंचित सुख न हो ॥ कितना भी हो कष्टप्रद जीवन…. युवा , आत्महत्या को कभी उन्मुख न हो ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 2,929