■ मुक्तक : 258 – ये उसी की रज़ा Posted on June 30, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments ये उसी की रज़ा थी इतना कामयाब हुआ ।। सब उसी की दुआ से मुझको दस्तयाब हुआ ।। क्यों मुनादी न करूँ जबकि कम ही कोशिश में , जिसकी उम्मीद न थी सच वो मेरा ख़्वाब हुआ ? -डॉ. हीरालाल प्रजापति 2,542