■ मुक्तक : 275 – तेरा हर इक Posted on July 7, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments तेरा हर इक हुक़्म हँस-हँस कर बजा डालेंगे हम ॥ तेरे पीछे-पीछे आँखें बंद कर भागेंगे हम ॥ लीक पर ढर्रे पे तो सारा ज़माना चल रहा , कुछ नया कर के दिखा दे तो तुझे मानेंगे हम ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,552