■ मुक्तक : 284 – आलमे बेवफ़ाई में Posted on July 25, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments आलमे बेवफ़ाई में वफ़ा-वफ़ा लगता ॥ बददुआओं की भीड़ में दुआ-दुआ लगता ॥ ऐसा वो हो न हो मगर ज़रूर सूरत से , इक नज़र में तो आस्मानी-फ़रिश्ता लगता ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,440