■ मुक्तक : 292 – लायक नहीं वो माना Posted on July 29, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments लायक नहीं वो माना ‘तू’ के भी पर ‘आप’ बोल ॥ बच्चा है फिर भी उसको अपना माई-बाप बोल ॥ गर्दन दबी है तेरी उसके पाँव में अभी तो , बेहतर है उसके पाप मत अभी तू पाप बोल ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,255