■ मुक्तक : 305 – भावों के मौन Posted on August 12, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments भावों के मौन स्पष्ट प्रहारों से दे जवाब ।। माना ज़ुबाँ नहीं तो इशारों से दे जवाब ।। कब तक करेगा उसकी बदसलूकियाँ बरदाश्त ? अब सब्र छोड़ गोली-कटारों से दे जवाब ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 4,251