■ मुक्तक : 307 – उसको नुक़्साँ नहीं Posted on August 14, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments उसको नुक़्साँ नहीं है सिर्फ़ नफ़ा है मुझसे ।। इतने सालों में मगर पहली दफ़ा है मुझसे ।। देख मुझको चहकने ,झूमने , हँसने वाला , सख़्त हैराँ हूँ आज सख़्त ख़फ़ा है मुझसे ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,027