■ मुक्तक : 329 – भोजन का भूख Posted on September 7, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments भोजन का भूख में भी जो उपयोग ना हुआ ॥ उपलब्धि का क्या लाभ कि उपभोग ना हुआ ॥ लादे फिरे ज्यों पीठ पे पुस्तक की बोरियाँ , फिर भी रहे गधा तो गधा लोग ना हुआ ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,242