■ मुक्तक : 344 – लगती है थोड़ी देर Posted on September 21, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments लगती है थोड़ी देर फ़िक्र तू ज़रा न कर ।। खाली न जाएगी मेरी दुआ है पुरअसर ।। क़ाबिल है उसके जिसको माँगता है तू अरे , बेशक़ तू जल्द पाएगा उसे यक़ीन धर ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 1,318