■ मुक्तक : 367 – ये किसकी उसपे Posted on November 8, 2013 /Under मुक्तक /With 0 Comments ये किसकी उसपे यक-ब-यक पड़ी रे बद निगाह ? ये किसकी लग गई रे उसको हाय – हाय आह ।। तामीर ख़्वाब की हुई थी वो जो दे के जान , बा नाम ओ निशाँँ गिरी यों हो गई तबाह ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 3,135