मुक्तक : 538 – ऐसा करूँ धमाल Posted on June 7, 2014 /Under मुक्तक /With 0 Comments ऐसा करूँ धमाल-धूम सालगिरह पे ॥ ऐसा दिखाऊँ रक़्स झूम सालगिरह पे ॥ इतना हूँ ख़ुश कि आज तो जी है अदू के भी , जाकर के लिपट जाऊँ चूम सालगिरह पे ॥ ( अदू = शत्रु , दुश्मन ) -डॉ. हीरालाल प्रजापति 111