■ मुक्तक : 568 – अटपटी सी बात Posted on July 7, 2014 /Under मुक्तक /With 0 Comments अटपटी सी बात होने पर हँसो ।। दुश्मनों का चैन खोने पर हँसो ।। हँस लो रद्दी चुट्कुले सुनके ठठा , मत किसी बुलबुल के रोने पर हँसो ।। -डॉ. हीरालाल प्रजापति 2,177