■ मुक्तक : 596 – उनसे मिलने मैं Posted on September 12, 2014 /Under मुक्तक /With 0 Comments उनसे मिलने मैं ख़ुद से छूट-छूट जाता हूँ ॥ उनसे जुड़ने को अपने आप टूट जाता हूँ ॥ मुझसे सचमुच ही वो जो रूठ जाएँ तो उनसे , मैं मनाने को झूठ-मूठ रूठ जाता हूँ ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 2,034