मुक्तक : 599 – मुँह से ज़रा सी रोशनी Posted on September 14, 2014 /Under मुक्तक /With 0 Comments मुँह से ज़रा सी रोशनी की बात थी निकली ॥ उसने गिरा दी हम पे कड़कड़ाती ही बिजली ॥ झोली में गिद्ध, चील, बाज़ झट से ला पटके , चाही जो हमने इक ज़रा-सी प्यारी-सी तितली ॥ -डॉ. हीरालाल प्रजापति 434