गीत ( 1 ) खाता हूँ बस घास-फूस मैं
खाता हूँ बस घास-फूस मैं ॥
पहले खाने से डरता था ।
बेमन से कम-कम चरता था ।
पेट भरूँ अब ठूस-ठूस मैं ॥
कम पीता था जब ज्यादा था ।
कारण वह पानी सादा था ।
मिनरल पीता चूस-चूस मैं ॥
जब वह मेरे पीछे लागे ।
मैं आगे वह पीछे भागे ।
वह इक बिल्ली और मूस मैं ॥
उसके जैसा मेरा भी झट ।
काम निपट जाता , जो फटाफट-
दे देता उत्कोच-घूस मैं ॥
-डॉ. हीरालाल प्रजापति