मुक्तक : 844 – कैसा वो दरिया ? Posted on June 1, 2016 /Under मुक्तक /With 0 Comments कैसा वो दर्या जिसमें न होवे है रवानी ? फिर क्या वो कृष्ण जिसकी न मीरा हो दिवानी ? वो उम्र जो गुज़रती हो बेइश्क़ यक़ीनन , बचपन है या बुढ़ापा है हरगिज़ न जवानी !! -डॉ. हीरालाल प्रजापति 114