पर्सनल डायरी
भले ही वो कितना भी अपना हो पर मैं , सुनाता नहीं अपने दुखड़े किसी को , न पूछो […]
भले ही वो कितना भी अपना हो पर मैं , सुनाता नहीं अपने दुखड़े किसी को , न पूछो […]
सच कह रहा हूॅं चाहे , मानो या तुम न मानो , पैरों पे मेरे गिरकर , रो- रो […]
वो मुझे दुत्कार कर अक्सर भगाते थे , दुम हिलाता मैं वहीं फिर भाग आता था ।। वह हमेशा […]
मुझे खौलने की ही आदत पड़ी थी , हिमालय सा मैं एकदम जम गया हूॅं ।। उसे देखने को […]