दास्तां
न तहक़ीकात के मुश्किल सवालों के जवाबों में ।।
न तहरीरों में , दस्तावेजों में , ना तो हिसाबों में ।।
लिखी होंगीं जिन्होंने डूबकर कच्ची शराबों में ,
मिलेगी तुमको मेरी दास्तां उनकी किताबों में ।।
-डाॅ. हीरालाल प्रजापति
न तहक़ीकात के मुश्किल सवालों के जवाबों में ।।
न तहरीरों में , दस्तावेजों में , ना तो हिसाबों में ।।
लिखी होंगीं जिन्होंने डूबकर कच्ची शराबों में ,
मिलेगी तुमको मेरी दास्तां उनकी किताबों में ।।
-डाॅ. हीरालाल प्रजापति