Kavita
Vishv
न मानोगे तो मत मानो , क़सम तो मैं नहीं खाता ।। इशारे जो न समझे उसको मैं कहके […]
रंजो-ग़म के लंबे चौड़े जाल में भी सच , चाहकर भी भूलकर भी मैं न फॅंसता हूॅं ।। मुस्कुराना […]